Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra में पूजा कैसे करें?
सभी भक्तों के बीच अयोध्या श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह सवाल बना हुआ है कि Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra में वह पूजा और अर्चना कैसे कर सकते हैं|
अयोध्या नगरी में बहुत से मंदिर हैं जो प्रभु श्री राम और उनसे जुड़ी हुई आस्था को दर्शाती है|
आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ मंदिरों के बारे में, उनके होने वाली पूजा और उसमें आप कैसे भाग ले सकते हैं उसके बारे में|
1) श्री काले राम मंदिर(Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra,Ayodhya):
श्री काले राम मंदिर उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में स्थित है। यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है। राजा विक्रमादित्य ने 2000 साल पहले कालेराम मंदिर का जीर्णोद्धार कराकर राम की पैड़ी पर राम मंदिर बनवाया था। 1528 ई. में बाबर ने श्यामानंद सरस्वती नामक एक पवित्र व्यक्ति पर आक्रमण किया और उससे युद्ध किया। श्यामानन्द ने मुगलों से एक मूर्ति बचाकर सरयू नदी में फेंक दी। यह मूर्ति 220 वर्षों तक वहीं रही। 1748 ई. में महाराष्ट्र के एक ब्राह्मण को स्नान करते समय यह मिला और वह इसे काले राम मंदिर में ले आया।
2) रत्न सिंहासन मंदिर (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra,Ayodhya):
कनक भवन के नज़दीक रत्न सिंहासन मंदिर है जो भगवान राम और माता सीता को समर्पित है ।
काले पत्थरों से बनी प्रभु श्री राम और माता सीता लक्ष्मण , भरत , शत्रुघ्न और राम भक्त हनुमान के साथ विराजमान है।
कल्पवृक्ष की छाया में रत्नों से बने शिंघासन पर भगवान श्री राम पूरे परिवार के साथ विराजमान है वहीं बग़ल में जाम्बवंत , विभीषण , गुरु वशिष्ठ , गुरु विश्वामित्र , सुग्रीव और अंगद भी मौजूद हैं ।
यह वही जगह है जहां पर प्रभु श्री राम को राजा बनाया गया था और मुकुट पहनाया गया था ।
3) हनुमान गढ़ी मंदिर (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra,Ayodhya):
भगवान राम के अनन्य प्रिय भक्त भगवान हनुमान को समर्पित है यह मंदिर जो की अयोध्या से 1 किलोमीटर के दूरी पर स्तिथ है ।
इस मंदिर का निर्माण दसवी शताब्दी में किया गया था ।
इस मंदिर को सिद्ध पीठ श्री हनुमान गढ़ी के नाम से भी जाना जाता है ।
मान्यता अनुसार रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद जब भगवान राम अयोध्या वापस लौटे तो हनुमान जी यहीं रहने लगे और इसी से इस जगह का नाम हनुमान गढ़ पड़ा ।
यहाँ मुख्य मंदिर में पवनसुत माता अंजनी की गोद में विराजमान हैं ।
4) बिरला श्री सीता राम मंदिर (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra,Ayodhya):
भगवान राम और माता जानकी को समर्पित यह बिरला मंदिर साईं नगर अयोध्या में स्तिथ है ।
यहाँ भगवान राम माता जानकी के साथ विराजमान है ।
मान्यता अनुसार जो भी व्यक्ति राम जन्मभूमि दर्शान करने आते है वह इस मंदिर में दर्शन ज़रूर करते है ।
इस मंदिर में भगवान राम और रामायण से जुड़ी बहुत सी घटनायें के बारे में जानकारी मिलती है साथ ही साथ हिन्दू पौराणिकता का भी ज्ञान प्राप्त होता है।
अयोध्या के बिड़ला मंदिर का निर्माण बिरला परिवार द्वारा कराया गया है। बिरला परिवार द्वारा पूरे भारत देश में कई बिरला मंदिर बनाये गए है।
5) श्री रामलला देवस्थानम् मंदिर (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra,Ayodhya):
यह मंदिर भगवान राम और उनके भाई लक्ष्मण , भरत और शत्रुघ्न को समर्पित है ।
मान्यता अनुसार यह वही मंदिर है जहां भगवान राम और उनके भाइयों का नामकरण संस्कार हुआ था ।
इसी वजह से इस जगह को रामलला सदन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है ।
इस मंदिर की विशेष बात यह है इस मंदिर में स्थापित भगवान राम माता जानकी और लक्ष्मण जी की मूर्ति दक्षिण भारत से अयोध्या लायी गई है ।
अयोध्या में यह मंदिर द्रविड़ शैली से बनी एकमात्र मंदिर है।
इस मंदिर का डिज़ाइन चेन्नई के मशहूर आर्किटेक्ट स्वामीनाथन ने तैयार किया है ।
6) अमावा राम मंदिर (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra,Ayodhya):
अमावा राम मंदिर रामकोट अयोध्या में स्तिथ मंदिर है अयोध्या के रामकोट में अमावा राम मंदिर उसी स्थान पर स्थित है जहां रघु वंश का मंदिर था, जिसमें भगवान राम सहित रघु वंश के सम्राट देवताओं की पूजा करते थे। यही कारण है कि 15 मंदिरों के परिसर में स्थित अमावा मंदिर में हिंदू धर्म के सभी महत्वपूर्ण देवताओं का वास है। अमावा शब्द पुराने पटना जिले और अब बिहार के नालंदा जिले में स्थित स्थान को दर्शाता है। इस मंदिर का निर्माण अमवा की रानी ने 1919 ई. में करवाया था।
इस मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप की मूर्ति स्थापित की गई है ।
राम रसोई इस मंदिर में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जहां भक्तों को मुफ़्त में भोजन कराया जाता है और इस भोजन को भक्तगण प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं ।
यह सारे मंदिर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या में स्तिथ हैं और ऐतिहासिक और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इन मंदिरों में भगवान राम की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है ।
आप कशीदर्शना के माध्यम से इन मंदिरों में घर बैठे पूजा में भाग ले सकते हैं ।
पूजा में भाग लेने के लिए आप कशीदर्शना से संपर्क कर सकते हैं :- 8318775717
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